एक सुहानी सुबह, जो किसी दूसरे दिन की तरह है, एक होनहार कवियत्री ने खुद को गोली मार ली. कोई मकसद का पता न चलने पर, उसके पति का सबसे अच्छे दोस्त और पत्रकार, बालू सच पता करने निकल पड़ता है.एक सुहानी सुबह, जो किसी दूसरे दिन की तरह है, एक होनहार कवियत्री ने खुद को गोली मार ली. कोई मकसद का पता न चलने पर, उसके पति का सबसे अच्छे दोस्त और पत्रकार, बालू सच पता करने निकल पड़ता है.एक सुहानी सुबह, जो किसी दूसरे दिन की तरह है, एक होनहार कवियत्री ने खुद को गोली मार ली. कोई मकसद का पता न चलने पर, उसके पति का सबसे अच्छे दोस्त और पत्रकार, बालू सच पता करने निकल पड़ता है.